उपसर्ग तथा प्रत्यय: अर्थ, परिभाषा, भेद, उदाहारण (Prefix and Suffix)

उपसर्ग तथा प्रत्यय (Prefix and Suffix) | का अर्थ, परिभाषा, भेद, और उदाहारण इस पोस्ट में बहुत अच्छे से समझाया गया है एक नजर जारूर देखे...
उपसर्ग-तथा-प्रत्यय-Prefix-and-Suffix-अर्थ-परिभाषा-भेद-उदाहारण
उपसर्ग तथा प्रत्यय (Prefix and Suffix)

उपसर्ग तथा प्रत्यय (Prefix and Suffix)

उपसर्ग तथा प्रत्यय शब्द की रचना कैसे करते है?

भाषाओं में शब्द कैसे बनते हैं? कभी आपने सोचा है? हर भाषा में नई-नई संकल्पनाओं के लिए नए-नए शब्द बनाए जाते हैं। भाषा में नई-नई संकल्पनाएँ आती रहती हैं और हम उनके लिए नए-नए शब्द बनाते रहते हैं। प्रत्येक भाषा में तीन तरह से शब्द बनाए जाते हैं -

1. मूल शब्द के आरंभ में कोई अंश (शब्द रूप) जोड़कर; जैसे

वि + योग = वियोग
बे + ईमान = बेईमान
अन् + आदर = अनादर
अ + सुंदर = असुंदर
नये शब्द बनाने के लिए मूल शब्द के आरंभ में जो अंश जोड़े जाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं।

2. मूल शब्द के अंत में कोई अंश (शब्द रूप) जोड़कर, जैसे

ईमान + दार = ईमानदार
योग + ई = योगी
आदर + नीय = आदरणीय
सुंदर + ता = सुंदरता
मूल शब्द के अंत में जुड़नेवाले अंश को प्रत्यय कहते हैं।

3. दो मूल शब्दों को मिलाकर; जैसे

राष्ट्र + पिता = राष्ट्रपिता
ऋण + मुक्त = ऋणमुक्त
प्रधान + मंत्री = प्रधानमंत्री
काली + मिर्च = कालीमिर्च
दो शब्दों के मेल से बनने वाले नए शब्दों को समास या समस्तपद कहते हैं।

इस प्रकार हर भाषा में तीन प्रकार से नए शब्द बनाए जाते हैं -
  1. उपसर्ग द्वारा
  2. प्रत्यय द्वारा
  3. समास द्वारा

उपसर्ग के कई नाम है जैसे- आदि प्रत्यय, व्युत्पत्तिमूलक प्रत्यय, रचनात्मक प्रत्यय

उपसर्ग की परिभाषा

वे शब्दांश, जो किसी शब्द के आरम्भ में लगकर उनके अर्थ में विशेषता ला देते हैं अथवा उसके अर्थ को बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं।

शब्दों तथा उपसर्गो में यहीं अंतर होता है कि उपसर्ग शब्दों की तरह अर्थवान तो होते हैं, पर स्वतंत्र नहीं होते अर्थात इनका भाषा में प्रयोग अलग से स्वतंत्र रूप में नहीं हो सकता। 
उपसगों से बने शब्दों के कुछ उदाहरण इस प्रकार है-
नि + युक्त = नियुक्त
अधि + नायक = अधिनायक
अव + मानना = अवमानना
उत् + नति = उन्नति

उपसर्ग: भेद प्रभेद

जिस तरह स्रोत के आधार पर शब्दों के तत्सम तद्भव तथा देशज तथा आगत के रूप में भेद किए जाते हैं, उसी तरह उपसर्गो के भी निम्नलिखित भेद किए जा सकते हैं-
  1. तत्सम उपसर्ग
  2. तद्भव उपसर्ग / हिंदी के उपसर्ग
  3. आगत / विदेशी उपसर्ग (अरबी-फारसी, अंग्रेजी के उपसर्ग)

तत्सम उपसर्ग

जो उपसर्ग तत्सम शब्दों के साथ संस्कृत भाषा से हिंदी में आ गए हैं तथा हिंदी के तत्सम शब्दों के ही प्रारंभ में जुड़कर शब्द बनाते है. वे तत्सम उपसर्ग कहलाते हैं। तत्सम उपसर्गों की संख्या 22 है जो इस प्रकार है-
  1. अति - बाहुल्य (अधिक, उस पार) 
  2. अधि - सामीप्य, ऊपर, श्रेष्ठ
  3. अनु - पीछे, साथ, समान 
  4. अप - दूर, हीनता, विरुद्ध
  5. अभि - ओर, सामीप्य 
  6. अव - दूर, नीचे
  7. आ - तक, कम, इधर
  8. उत्, उद् - ऊपर, उन्नति 
  9. उप- निकेट, सहायक, छोटा
  10. दुः दुर् - बुरा, कठिन
  11. दुश्, दुष्, दुस् -बुरा, कठिन
  12. नि- नीचे, भीतर 
  13. निः निस् - बिना, बाहर, निषेध
  14. निर् - बिना, बाहर, निषेध
  15. परा - पीछे, उलटा
  16. परि - चारो ओर
  17. प्र - अधिक, आगे
  18. प्रति - ओर, उलटा, विरोध, प्रत्येक
  19. वि - बिना, अलग, विशेषता
  20. सम् - पूर्ण, अच्छी तरह, संयोग 
  21. अन् - नहीं / बुरा
  22. सु- अच्छा, सुन्दर, सहज

तद्भव उपसर्ग / हिंदी के उपसर्ग

जिन उपसगों का विकास संस्कृत के तत्सम उपसर्गों या समासों के पूर्वपदों से हुआ है, वे तद्भव उपसर्ग कहलाते हैं। इन्हें हिंदी के उपसर्ग भी कहते हैं। इनमें कुछ उपसर्ग ऐसे होते हैं जो संस्कृत के मूल उपसर्गों के रूप में थोड़े-बहुत परिवर्तन के साथ विकसित हुए हैं; जैसे अधः 🠆 अध, कु 🠆 क. सु 🠆 स आदि। 
कुछ संस्कृत के तत्सम् उपसर्ग हिंदी में आकर हिंदी के अपने बन गए तो यथावत रूप में तद्भव शब्दों के साथ लगकर शब्द रचना करने लगे। अतः आपको कुछ उपसर्ग जो तत्सम उपसर्गो की सूची में मिलते हैं. वे तद्भव या हिंदी उपसगों की सूची में भी दिखाई देंगे, परंतु तद्भव उपसर्ग के रूप में ये तद्भव शब्दों के साथ मिलकर नए शब्दों की रचना करेंगे, यह ध्यान रखिए।
हिंदी में उपसर्ग 10 होते है -
  1. अ-अन- रोकना, मना करना
  2. अध - आधे, अपूर्ण
  3. ऊन - एक कम
  4. औ (अव) - मना करना
  5. दु - हीन, बुरा
  6. नि - अभाव, विशेष, निषेध
  7. बिन - निषेध 
  8. भर- ठीक, पूरा
  9. कु (क) - बुरा, हीन
  10. सु (स) - श्रेष्ठ साथ

विशेष टिप्पणी: हिंदी में कुछ व्याकरण लेखक 'क' और 'स' क्रमशः नवें और दसवें (कु एवं के विकार) को अलग मान कुल बारह उपसर्ग बताते हैं, परन्तु इन दोनों को अलग उपसर्ग नहीं माना जाना चाहिए।

आगत विदेशी उपसर्ग

विदेशी भाषाओं से जो उपसर्ग हिंदी में आ गए हैं, उन्हें आगत उपसर्ग कहते हैं। इनमें उर्दू, अरबी-फारसी, ओखी आदि भाषाओं से आने वाले उपसर्ग आते हैं।
उर्दू उपसर्ग-(19)
  1. अल (अरबी) - निश्चित 
  2. ऐन - ठीक, पूरा
  3. कम - थोड़ा, हीन
  4. खुश - अच्छा, शुभ
  5. गैर - भिन्न, विरुद्ध
  6. दर - में
  7. ना - अभाव
  8. फ़िल् - में फी (अरबी) में प्रति 
  9. ब - अनुसार, में, से ओर
  10. बद - बुरा, अशुभ
  11. बर - ऊपर, पर
  12. बा - साथ, अनुसार
  13. बिल (अरबी) - साथ, से, में
  14. विला (अरबी) - बिना
  15. बे - बिना
  16. ला (अरबी) - बिना, निषेध, अभाव
  17. सर - मुख्य, श्रेष्ठ
  18. हम (संस्कृत सम से) - साथ, समान
  19. हर - प्रत्येक 
नोट - उर्दू के सारे उपसर्ग अरबी-फ़ारसी से लिए गये हैं। ये संख्या में लगभग (19) हैं।

प्रत्यय

जो शब्दांश शब्दों के अंत में जुड़कर उनके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं, जैसे-
सुंदर + ता = सुंदरता
मनुष्य + त्व = मनुष्यत्व
प्यास + आ = प्यासा

प्रत्यय के प्रकार

प्रत्यय का भेद दो आधारों पर किया जा सकता हैं -
  1. कृत प्रत्यय
  2. तद्धित प्रत्यय

कृत प्रत्यय

वे प्रत्यय जो (क्रिया) के मूल रूप यानी धातु (root word) में जोड़े जाते हैं, कृत प्रत्यय कहलाते हैं। कृत् प्रत्यय से बने शब्द कृदन्त (कृत + अंत) शब्द कहलाते हैं। जैसे- 
लिख + अक = लेखक
यहाँ अक कृत् प्रत्यय है तथा लेखक कृदंत शब्द है।

तद्धित प्रत्यय

वे प्रत्यय जो क्रिया के मूल रूप यानी धातु को छोड़कर अन्य शब्दों— (संज्ञा) सर्वनाम, विशेषण व अव्यय में जुड़ते हैं, तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं । तद्धित प्रत्यय से बने शब्द तद्धितांत शब्द कहलाते हैं। जैसे—
सेठ + आनी = सेठानी
यहाँ आनी तद्धित प्रत्यय है तथा सेठानी तद्धितांत शब्द है।

इस प्रकार कृत् और तद्धित प्रत्यय में मूल अंतर यह है कि कृत् प्रत्यय धातुओं में लगते हैं, जबकि तद्धित प्रत्यय धातुभिन्न शब्दों में लगते हैं ।
दोनों प्रत्ययों में समानता यह है कि दोनों प्रकार के प्रत्ययों से बनने वाले शब्द संज्ञा या विशेषण होते हैं।
हिन्दी के प्रायः सभी कृत् एवं तद्धित प्रत्यय संस्कृत के कृत् एवं तद्धित प्रत्ययों से ही विकसित हुए हैं।

हिन्दी के कृत् प्रत्यय (Primary Suffixes)

प्रत्ययमूल शब्द/ धातुउदाहरण
अक्कड़धूम. पी. बूझ, भूलपियक्कड़ घुमक्कड़, बुझक्कड़, भुलक्कड़
अन्त/ अन्तूभिंड़, रट, उड़, घूमभिड़न्त, रटन्त उड़लू, घुमन्तु
घेर, छाप, ठेल, झूलघेरा, छापा, ठेला, झूला
आईछा, धो, पढ़, सीछवाई, घुलाई, पढ़ाई, सिलाई
आऊटिक, बिकटिकाऊ, बिकाऊ
आक/आका/आकू/अंकूतैर, उड़ लड़ लड़तैराक उड़ाका, लड़ाकू लड़कू
आनचढ़, ढल, धस, भसचढ़ान, ढलान, धसान, भसान
आप/आपामिल, पूजामिलाप, पुजापा
आव/आवाघूम, चुन, दव, बह, छल, बढ़घुमाव, चुनाव, दबाव, बहाव, छलावा, बढ़ावा
आवटथक, रोक, लिख, सजाथकावट, रुकावट, लिखावट
आवन/आवना/आवनीमनभा, सुहा, डरा लूभा, चेतामनभावन, सुहावन; डरावना, लुभावना; चेतावनी
आहटघबरा, चिकना, चिल्ला, जगमगचिकनाहट, घबराहट, चिल्लाहट, जगमगाहट
इयलअड़, मर, सड़अड़ियल, मरियल, सड़ियल
छूट, बोल, हँस, टॉक, फाँस; परखछुट्टी, बोली, हँसी, टाँकी, फाँसी; पारखी
इयाघट, जड़, धुन, बढ़, भूंजघटिया, जड़िया, धुनिया, बढ़िया, भुजिया,
उआटहल, तर, पढ़टहलुआ, तरुआ, पदुआ
कमा, खा, चाल, रटकमाऊ, खाऊ, चालू, रट्टू
एराबस, लूटबसेरा, लुटेरा
ऐतफेंक, लड़फेंकैत, लडैत
ऐयाकाट, बचा, बाँट, रचकटैया, बचैया, बटैया, रचैया
ऐलबिगड़, रखबिगड़ैल, रखैल
ओड़/ओड़ाचाट, हँस, चाट, हँसचटोर, हँसोड; चटोरा, हँसोड़ा
औता/औतीसमझा चुन, मानसमझौता, चुनौती, मनौती
ओना/औनीखेल, घिना; ठहरा, पहरखिलौना, घिनौना ठहरौनी, पहरौनी
औवलफोड़, बूझ, मना, मींचफुड़ौवल, बुझौवल, मनौवल, मिचौवल
क/कीउठ बैठ डूब, फिरउठक, बैठक, डुबकी, फिरकी
त/ता/तीखप, बच, रंग: पढ़, लिख घट बढ़खपत, बचत, रँगत; पढ़ता, लिखता घटली, बढ़ती
न/ना/नीखा, जमा, धड़क, लगा छान, नाप, काट, चाट, छाँट, सूंघखान, जामन, धड़कन, लगान छनना, नपना, कटनी, चटनी, छँटनी, सुँघनी
वैयाखा, खे, गा, रखखवैया, खेवैया, गवैया, रखवैया
हाकाटकटहा

हिन्दी के तद्धित प्रत्यय (Nominal Suffixes)

प्रत्ययशब्दउदाहरण
भूख, प्यास, खार, प्यार, कडू; बाबू, बेटी, मुठ्ठी; आप डाकूभूखा, प्यासा, खारा, प्यारा; कडुवा, बबुआ, बिटिया, मुठिया
आईंदचिरा (चिता), विष, सडाचिरायँद, विषाइँद, सड़ाइँद
आईअच्छा, खट्टा मीठा, लालअच्छाई, खटाई, मिठाई, ललाई
आऊघर पण्डितघराऊ, पण्डिताऊ
आक/आकाचट, तड़, भड़, सड़, कड़ी, धम सनचटाक, तड़ाक, भड़ाक, सड़ाक; कड़ाका, धमाका, सनाका
आटाखर्र, फर्रखर्राटा, फर्राटा
आन/आनीऊँचा, चौड़ा, लम्बा; देवर, नौकरऊँचान, चौड़ान, लम्बान; देवरानी, नौकरानी
आयतअपना बहुतअपनायत, बहुतायत
आर/आरा/आरीदूध, सोना, घास, भट्ठोः पूजा, भीखदुधार, सोनार; भठियारा, पुजारी, भिखारी
आलूझगड़ा, लज्जाझगड़ालू, लजालू
आवमोटामुटाव
आसखट्टा, मीठाखटास, मिठास
आहट/आहतकडुवा, गरम, चिकना; भलमानसकड़वाहट, गरमाहट, चिकनाहट, भलमनसाहत
इनजोगी, तेली, मालीजोगिन, तेलिन, मालिन
इमरक्त, स्वन, स्वर्णरक्तिम स्वनिम, स्वर्णिम
इयलतोंद, दाढ़ीतोदियल, दढ़ियल
इयाआढ़त, रसोई, आसाम, कन्नौज, अंग, जांघ, आम, खाट, पुल, बूंदअढ़तिया, रसोइया, असमिया, कनौजिया; अँगिया, जँघिया; अमिया, खटिया, पुलिया, बुदिया
इयालीखुश, हराखुशियाली, हरियाली
अंगूठा, कंठ, चैत, बिहार, लखनऊ, हलवा, सरकार; घूँट, वैद्यअंगूठी, कंठी, चैती, बिहारी, लखनवी, हलवाई, सरकारी; घूँटी (घुट्टी), बैदई
ईलाखर्च, गोबर, छवि, जहर, नोक पत्थर, पानी, फुर्ती, रंग, रस, रेत, शर्म, सुर, हठखर्चीला, गुबरीला छबीला, जहरीला, नुकीला, पथरीला, पनीला, फुर्तीला, रंगीला, रसीला, रेतीला
उआआगे, गेर, फाग, मच्छ, शहरअगुआ, गेरुआ, फगुजा, मछुआ, शहरुआ
गरज, ढाल, नाक, पीठ, पेट, हितगरजू, दालू, नक्कू, पेटू, हितु
धीरा, पीछा, बदला, लेखा सामनाधीरे, पीछे, बदले, लेखे, सामने
एर/एराअंध, धन, चाचा, फूफा, मामा, मच्छ, साँपअंधेर, घनेरा, चचेरा, फुफेरा, ममेरा, मछेरा, सँपेरा
एरी/एडीपूजा, भांग, गाँजापुजेरी, भँगेरी; गँजेड़ी
एलाआधा, मोरअधेला, मुरेला
एलूघरघरेलू
ऐतडाका, बरछा, भाला, लाठीडकैत, बरछैत, भालैत, लठैत
ऐल/ऐलाखपरा, गुस्सा, दूध, मूंछ, विषखपरैल, गुस्सैल, दूधैल, मुँछैल; विषैला
ओट/जोटालिंग; चामलंगोट, चमोटा
ओलाआम, खाट, माँझ, साँपअमोला, खटोला, मँझोटा, सँपोला
औटा/औटीकाजर, पहला, बिल्ली, मुख, हिरन, कष, चामकजरौटा, पहिलौटा, बिलौटा, मुखौटा, हिरनौटा; कसौटी, चमौटी
औड़ाहाथहथौड़ा
औताकाठकठौता
ठंढ ढोल, धड़, धमठंढक, ढोलक, धड़क, धमक
का/कीएक, चार, छोटा, बड़ा; कण, लोटाइक्का, चौका, छुटका, बड़का; कनकी, लुटकी
टाकाला, चोर, नंगा, रोमकलूटा, चोट्टा, लंगटा, रोंगटा
ड़/ड़ा ड़ीभूख, लंग, चर्म, टूक, दुख, पीछा, बच्छ, मुख; आँत, टाँग, पंख, पलंगभुक्खड़, लंगड़; चमड़ा, टुकड़ा, दुखड़ा, पिछड़ा, बछड़ा, मुखड़ा; अँतड़ी, टँगड़ी, पँखड़ी, पलँगड़ी
पनअपना, गँवार, छोटा, पागल, फुर्तीला, बच्चा, बड़ा, लड़का, सूनाअपनापन, गँवारपन, छुटपन, पागलपन, फुर्तीलापन, बचपन, बड़प्पन, लड़कपन, सूनापन
पाअपना, बहिन, चूढा, राँड़अपनापा, बहिनापा, बुढ़ापा, रँडापा
रीकोठा, मोटाकोठरी, मोटरी
ला/लीऊपर, धुंध, नीचे, पीछे, लाड; खाज, टीका, डफ, सूपउपरला, धुंधला, निचला, पिछला, लाड़ला; खुजली, टिकली, डफली, सुपली
वन्त/वंतीगुण, धन, बल, रूप, शील; फूलगुणवन्त, धनवन्त, बलवन्त, रूपवन्त, शीलवन्त, फुलवन्ती
वाल / वालाकेजरी, धारी, प्रयाग: गाड़ी, धन, पढ़ना, बाजा, लड़का लड़की, लोहाकेजरीवाल, धारीवाल, प्रयागवाल, गाड़ीवाला, पढ़नेवाला, बाजावाला, लड़कावाला, लड़कीवाला
वाँपाँच, सात, आठ, नवपाँचवाँ सातवाँ, आठवाँ, नवां
वाबच्चा, बेटा, लोटाबचवा, बेटवा, लोटवा
साआप, तुम, मुझ, रामआप-सा, तुम-सा, मुझ-सा, राम-सा


प्रत्ययों के पूर्वोक्त वर्गीकरण ( कृत् व तद्धित) को कई भाषाविद् उचित नहीं मानते हैं क्योंकि हिन्दी में कई प्रत्यय ऐसे हैं जो दोनों रूपों में आते हैं अर्थात् धातु में भी जुड़ते हैं और संज्ञा आदि शब्दों में भी जुड़ते हैं; जैसे
एरा
लुट + एरा (कृत् प्रत्यय) = लुटेरा
चाचा + एरा (तद्धित प्रत्यय) = चचेरा
आई
पढ़ + आई (कृत् प्रत्यय) = पढ़ाई
भला + आई (तद्धित प्रत्यय) = भलाई
नी
कतर + नी (कृत् प्रत्यय) = कतरनी
ऊंट + नी (तद्धित प्रत्यय) = ऊंटनी

ये भाषाविद् प्रत्ययों के वर्गीकरण के लिए ऐतिहासिक आधार को उचित ठहराते हैं ।
इतिहास या स्रोत के आधार पर हिन्दी प्रत्ययों को चार वर्गों में बाटा गया है -
  1. तत्सम प्रत्यय
  2. देशज प्रत्यय
  3. तद्भव प्रत्यय 
  4. विदेशज प्रत्यय

तत्सम प्रत्यय

प्रत्ययबोधक/ अर्थउदाहरण
स्त्री, प्रत्यय; भाववाचक संज्ञा प्रत्ययआदरणीया, प्रिया, माननीया, सुता, इच्छा, पूजा
आनीस्त्री० प्रत्ययदेवरानी, भवानी, मेहतरानी
आलुविशेषण प्रत्यय, वालाकृपालु, दयालु, निद्रालु, श्रद्धालु
इतविशेषण प्रत्यय, युक्तपल्लवित, पुष्पित, फलित, हर्षित
इमाभाववाचक संज्ञा प्रत्ययगरिमा, नीलिमा, मधुरिमा, महिमा
इकविशेषण व संज्ञा प्रत्ययदैनिक, वैज्ञानिक, वैदिक, लौकिक
स्वार्थे, समूहघटक, ठंढक, शतक, सप्तक
कारलिखने या बनाने वाला; वालापत्रकार; जानकार
जन्मा हुआअंडज, जलज, पंकज, पिंडज, देशज, विदेशज
जीवीजीनेवालापरजीवी, बुद्धिजीवी, लघुजीवी, दीर्घजीवी
ज्ञजाननेवालाअज्ञ, मर्मज्ञ, विज्ञ, सर्वज्ञ
तःक्रिया विशेषण प्रत्ययअंशतः, वस्तुतः, स्वतः, सामान्यतः
तयाक्रिया विशेषण प्रत्ययमुख्यतया, विशेषतया, सामान्यतया
तरतुलना बोधक प्रत्ययउच्चतर, निम्नतर, सुन्दरतर, श्रेष्ठतर
तमसर्वाधिकता बोधक प्रत्ययउच्चतम, निकृष्टतम, महत्तम, लघुतम
ताभाववाचक संज्ञा प्रत्ययनवीनता, मधुरता, सुन्दरता
त्वभाववाचक संज्ञा प्रत्ययकृतित्व, ममत्व, महत्व, सतीत्व
मान्विशेषण वाचक प्रत्ययविद्यमान, सेव्यमान, बुद्धिमान
वान्वालागुणवान, धनवान, बलवान, रूपवान

तद्भव प्रत्यय 

प्रत्ययबोधक/ अर्थउदाहरण
अंगड़वालाबतंगड़
अंतूवालारटंतू घुमंतू
अतसंज्ञा प्रत्ययखपत, पढ़त, रंगत, लिखत
आँधसंज्ञा प्रत्ययबिषाँध, सड़ाँध
भाववाचकजोड़ा, फोड़ा, झगड़ा, रगड़ा
आईभाववाचक प्रत्ययकठिनाई, बुराई, सफाई
आऊवालाखाऊ, टिकाऊ, पंडिताऊ, बिकाऊ
आप/आपाभाववाचक प्रत्ययमिलाप, अपनापा, पुजापा, बुढ़ापा, रैडापा
आर/आरा/आरीकरनेवालाकुम्हार, लुहार, चमार; घसियारा; पुजारी, भिखारी
आलूकरनेवालाझगड़ालू, दयालू
आवटभाववाचक प्रत्ययकसावट, बनावट, बिनावट, लिखावट, सजावट
आसइच्छावाचक प्रत्ययछपास, प्यास, लिखास, निकास
आहट/आहतभाववाचक प्रत्ययगड़गड़ाहट, घबराहट, चिल्लाहट; भलमनसाहत
इनस्त्री० प्रत्ययजुलाहिन, ठकुराइन, तेलिन, पुजारिन
इयावाला; लघुत्व बोधक; स्त्री० प्रत्ययकनौजिया, पर्वतिया, भोजपुरिया; चुटिया; चुहिया, डिबिया
वाला; स्त्री० प्रत्ययघमंडी, लालची, ऊनी, सूती, घोड़ी, लड़की, नानी, चाची
ईलावालाचमकीला, पथरीला, शर्मीला, हठीला
एरावालाकॅसेरा, चचेरा, फुफेरा, बहुतेरा, ममेरा, लुटेरा
औड़ा/ औड़ीलिंगवाचकपकौड़ा, मुंगौड़ा, सेवड़ा, रेवड़ी
जाजन्मा हुआभतीजा, भांजा, आत्मजा
ड़/रस्वार्थिकचमड़ा, चमड़ी, बछड़ा, लँगड़ा, लोथड़ा
त/ताभाववाचक, कर्मवाचकचाहत, मिल्लत; आता, खाता, जाता, सोता
पनभाववाचक प्रत्ययछुटपन, बचपन, बड़प्पन, पागलपन
ल/ला/लीविशेषण, अल्पार्थकअगल, धुँधला, निचला, पिछला, टिकली, डफली, सुपली
वालाकर्तृवाचक, विशेषणअपनेवाला, ऊपरवाला, खानेवाला, जानेवाला, तांगेवाला, लालवाला

देशज प्रत्यय

प्रत्ययबोधक/अर्थउदाहरण
अक्कड़वालाघुमक्कड़, पियक्कड़, भुलक्कड़
अड़स्वार्थिकअंधड़, भुक्खड़
आकभाववाचकचटाक, धड़ाक, धड़ाका, धमाका, फटाक
आटाभाववाचकखर्राटा, फर्राटा
इयलवालाअड़ियल, दढ़ियल, सड़ियल

विदेशज प्रत्यय

अरबी-फ़ारसी प्रत्यय

प्रत्ययबोधक/ अर्थउदाहरण
भाववाचकसफेदा, खराबा
आनाभाववाचक, विशेषण वाचकजुर्माना, दस्ताना, मर्दाना, मस्ताना, जनाना
आनीसंबंधवाचकजिस्मानी, बर्फानी, रूहानी
इयतभाववाचकअंग्रेजियत, असलियत, आदमियत, इंसानियत, खैरियत
कारकरनेवालाकाश्तकार, दस्तकार, सलाहकार, पेशकार
खोरखानेवालागमखोर, घूसखोर, रिश्वतखोर, हरामखोर
गर / गरी/गिरीकरनेवालाकारीगर, कीमियागर, बाज़ीगर; जादूगरी; कुलीगिरी, बाबूगिरी
गारकरनेवालापरहेज़गार, मददगार, यादगार, रोज़गार
गाहस्थानवाचकईदगाह, चरागाह, बन्दरगाह
गीभाववाचक संज्ञा प्रत्ययगन्दगी, जिन्दगी, बंदगी
चा/चीवालादेगचा, बगीचा, इलायची, डोलची, संदूकची, बाबरची
जाद/जादा/जादीजन्माआदमज़ाद; हरामज़ादा, शाहज़ादा; शाहज़ादी
टॉजानने वालाउर्दूदाँ, कद्रदाँ, कानूनदाँ
दान/दानीस्थिति वाचक, आधारइत्रदान, कलमदान, पीकदान; गोंददानी, चायदानी
दारवालाईमानदार, कर्जदार, दूकानदार, मालदार, फौजदार
नाकवालाखतरनाक, खौफनाक, दर्दनाक, शर्मनाक
बाज/बाज़ीवालाचालबाज, धोखेबाज़, मुकदमेबाज़, चालबाजी, धोखेबाज़ी
बानवालादरवान, बागवान, मेजवान
मदवालाअक्लमंद, जरूरतमंद, दौलतमंद
साजवालाघड़ीसाज

अंग्रेज़ी प्रत्यय

प्रत्ययबोधक/अर्थउदाहरण
इज्मवाद/ मतकम्युनिज्म, बुद्धिज्म, सोशलिज्म, मासिज्म
इस्टवादी / व्यक्तिकम्युनिस्ट, बुद्धिस्ट, मासिस्ट, सोशलिस्ट

इस Blog का उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतियोगियों को अधिक से अधिक जानकारी एवं Notes उपलब्ध कराना है, यह जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्रित किया गया है।