ओजोन क्षरण रोकने के उपाय Ozone Deplection | अर्थ, परिभाषा
वियना संधि 22 मार्च, 1985 को अपनायी गयी.
यह संधि ओजोन क्षरण पदार्थों को नियंत्रित करने की दिशा में पहला सार्थक कदम था है.
Ozone Deplection |
ओजोन क्षरण Ozone Deplection
- ओजोन परत (ozone parat) पृथ्वी के वायुमण्डल (vayumandal) में क्षोभमण्डल (chhobhmandal) तथा समतापमण्डल (samtapmandal) में पायी जाती है. ओजोन का 10 प्रतिशत क्षोभमण्डल में तथा 90 प्रतिशत भाग समतापमण्डल में पाया जाता है.
- प्राकृतिक ओजोन गैस की एक मेखला है, जो सूर्य द्वारा उत्सर्जित हानिकारक पराबैगनी किरणों से रक्षा करती है.
- ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं के मिलने से ओजोन का एक अणु मिलता है.
- ओजोन हमारे वायुमण्डल में दुर्लभ रूप में पाया जाता है. यह क्षरण ओजोन गैस की वायुमंडलीय गैसों से रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप ऑक्सीजन के बदलने से सम्पन्न हो रहा है.
- ओजोन एक मजबूत ऑक्सीकरण कारक गैस है.
- समतापमंडल में पायी जाने वाली ओजोन पृथ्वी को हानिकारक पराबैगनी किरणों से सुरक्षा करती है. इसे गुड ओजोन भी कहते हैं.
- क्षोभमण्डल में मिलने वाली ओजोन एक हानिकारक प्रदूषक का कार्य करती है, जिससे मनुष्य के फेफड़ों, पेड़-पौधों को हानि पहुँचाती इसे बैड ओजोन भी कहते हैं.
- वायुमंडल में ओजोन का सांद्रण 10-50 किमी. के मध्य पाया जाता है.
- समतापमंडल की पहचान 1900 ई. में हुई तथा ओजोन अणु की पहचान एवं नामकरण 1840 में हुआ.
ओजोन गैस का निर्माण
- ऑक्सीजन अणुओं के सौर प्रकाश की पराबैगनी किरणों के साथ अभिक्रिया से ओजोन का निर्माण होता है.
- आण्विक ऑक्सीजन पर पराबैगनी किरणों की क्रिया के फलस्वरूप ओजोन गैस सतत् बनती रहती है.
- ओजोन गैस अस्थिर गैस है क्योंकि एक ओर जहाँ इसका निर्माण होता है वहीं दूसरी ओर विनाश भी होता है.
- यदि ओजोन ऑक्सीजन के एक परमाणु से टकराता है तो ऑक्सीजन पुनः मुक्त हो जाता है.
- समतापमंडल में ओजोन के उत्पादन और अवक्षय में संतुलन होना चाहिए.
- समतापमंडल में क्लोरीन परमाणु के विसरण से ओजोन में कमी आती है. क्लोरीन का एक परमाणु ओजोन के 100 अणुओं को नष्ट करता है.
- ओजोन का क्षरण एवं विनाश दो प्रक्रियाओं से होता है.
- (i) प्राकृतिक प्रक्रिया
- (ii) मानव - जनित प्रक्रिया
ओजोन परत
- 1913 ई. में फ्रांस के दो वैज्ञानिक चार्ल्स कैब्रे तथा हेनरी बुसान ने ओजोन परत की खोज की थी.
- ओजोन परत को 'पृथ्वी का रक्षा कवच या ' पृथ्वी का छाता' भी कहा जाता है.
- यह रक्षा कवच सौर विकिरण की 1000-4000 अंगस्ट्राम लम्बी पराबैगनी किरणों का अवशोषण करके पृथ्वी को गर्म होने से बचाती हैं.
- यदि ओजोन परत के अभाव में सभी पराबैगनी किरणें भूतल पर पहुँच जायेंगी तो भूतल अत्यधिक गर्म हो जायेगा और भूतल जीवमंडलीय जैविक भट्ठी या धमन भट्ठी में बदल जायेगा.
ओजोन विघटनकारी पदार्थ
पदार्थ | उपयोग |
---|---|
हाइड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन (HCFCs) | CFC विस्थापन हेतु प्रशीतकों में प्रयोग, विलायक, प्लास्टिक फोम निर्माण में ब्लीचिंग एजेंट के रूप में प्रयोग. |
हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFCs) | CFC विस्थापक के रूप में प्रशीतक, एरोसॉल प्रणोदक, अग्निशमन यंत्र का प्रयोग. |
कार्बन टेट्राक्लोराइड (CCL4) | CFCs के उत्पादन, विलायक, अग्निशमन यंत्रों में. |
मिथाइल क्लोरोफॉर्म (CH3CCl3) | सफाई हेतु औद्योगिक विलायक के रूप में, स्याही में. |
मिथाइल बोमाइड (CH3 Br) | कीटनाशक एवं फसलों की रोगों की रोकथाम में. |
क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) | प्रशीतको, सफाई विलायको, परोसॉल प्रणोदक एवं प्लास्टिक फोम निर्माण हेतु ब्लीचिंग एजेंट के रूप में. |
हेलॉन्स | अग्निशमन यंत्रों एवं विस्फोटक सुरक्षा में. |
क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs)
- यह गैस ओजोन क्षरण के लिए जिम्मेदार पदार्थों में प्रमुख है. इसके अणु क्लोरीन, फ्लोरीन एवं कार्बन से बने हैं. CFCs का व्यापारिक नाम फ्रेऑन है.
- क्लोरोफ्लोरो कार्बन समतापमंडल में UV किरणों द्वारा नष्ट हो जाती है.
CFCs का उपयोग
- इसका उपयोग आग बुझाने वाले कारक के रूप में किया जाता है.
- CFCs का उपयोग रेफ्रिजरेटर एवं एयरकंडीशनर में प्रशीतक के रूप में किया जाता है.
- मशीन और धात्विक वस्तुओं की सफाई करने वाले विलायक के रूप में किया जाता है.
फ्लूरीनेटेड गैसें
- इनको ओजोन विनाशक गैसों के विकल्प के रूप में उपयोग किया गया था.
- ये गैसें निम्न प्रकार की होती हैं - हाइड्रोक्लोरो कार्बन (HFC), परफ्लोरो कार्बन (PFC) और सल्फर हेक्सा फ्लोराइड (SFC).
- हाइड्रोफ्लोरोकार्बन एक सुपर ग्रीन हाउस गैस है. इसके उपयोग से ओजोन का क्षरण नहीं होता है.
- हाइड्रोफ्लोरो कार्बन के लम्बे वायुमंडलीय जीवन एवं उच्च वैश्विक तापन क्षमता के कारण अब इसको भी हटाने की चर्चा सामने आ रही है.
समताप और क्षोभमंडल
- ओजोन गैस वायुमंडल में पृथक्-पृथक् समतापमंडल और क्षोभमंडल स्तरों पर पायी जाती है.
- समतापमंडल की सीमा 10 से 17 किमी. के ऊपर 50 किमी. तक होती है.
- समतापमंडल क्षेत्र की ओजोन को ही सामान्यतः हम ओजोन परत कहते हैं.
- समतापमंडल का ओजोन अच्छा ओजोन कहलाता है.
- क्षोभमण्डल वायु को प्रदूषित करता है. यह धुंध का निर्माण भी करता है.
वायुमंडलीय ओजोन का मापन
- डॉबसन स्पेक्ट्रोमीटर द्वारा वायुमंडलीय ओजोन का मापन किया जाता है.
- यह मापन एक डॉबसन यूनिट शुद्ध ओजोन की 0.01 मिलीमीटर की मोटाई के बराबर होती है.
- वायुमंडलीय ओजोन को निम्न मापकों द्वारा मापा जाता है -
- 1. डॉबसन स्पेक्ट्रोमीटर द्वारा
- 2. फिल्टर ओजोन मीटर द्वारा
- 3. टोटल ओजोन मैपिंग स्पेक्टोमीटर
Points to Remember
- वायुमंडल में ओजोन का औसत सांद्रण करीब कितना डॉबसन यूनिट है? - 300
- HCFCs गैस को धीरे-धीरे कब तक पूरी तरह से बाहर करना है? - 2030 तक
- ओजोन वायुमंडल की किन पर्तों में है? - समतापमंडल, क्षोभमंडल
- क्लोरीन का एक परमाणु ओजोन के कितने अणुओं को नष्ट करता है? - 1000
- ओजोन परत की खोज किसने किया था? - चार्ल्स फैब्रे तथा हेनरी बुसान
- विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है. - 16 सितम्बर को
- ओजोन परत की माप किस इकाई में की जाती है? - डॉबसन इकाई
पराबैगनी किरणें
- पराबैंगनी A किरणें सूर्य से निकली विद्युत चुम्बकीय किरणें होती हैं.
- पराबैगनी किरणें पृथ्वी पर पहुँचकर नुकसानप्रद नहीं होती हैं .
- पराबैगनी B किरणें ओजोन द्वारा अवशोषित होती हैं. ये पृथ्वी के लिए हानिकारक होती हैं.
- पैराबैगनी C गर्म और सबसे अधिक हानिकारक किरण है. ये ओजोन परत द्वारा अवशोषित होती हैं.
ओजोन परत के क्षरण के बुरे प्रभाव
- ओजोन परत क्षरण से मानव तथा पशुओं की DNA संरचना में बदलाव हो सकता है.
- पराबैगनी किरणें सजीवों के लिए बहुत हानिकारक होती हैं.
- ओजोन एक उच्च परिवर्तनशील गैस है जिसके उच्च सांद्रण से कफिंग, सीने में दर्द एवं फेफड़ों की भीतरी दीवारों को क्षति होती है.
- गर्भवती महिला यदि ओजोन परत क्षरण के सम्पर्क में आ जाये तो गर्भस्थ भ्रूण को क्षति हो सकती है.
- ओजोन परत क्षरण DNA को क्षतिग्रस्त करता है जिसे उत्परिवर्तन हो सकता है. ये किरणें त्वचा की सबसे ऊपरी परत को बेधने में सक्षम होती हैं.
- मानव की प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ जाती है जिससे वह विभिन्न संक्रामक रोगों से ग्रस्त हो जाता है.
- अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन क्षरण के कारण निम्नलिखित हैं ध्रुवीय समतापीय बादल, ध्रुवीय भँवर और सक्रिय क्लोरीन का प्रभाव.जिन फसलों पर रासायनिक उर्वरकों का बहुत प्रयोग किया जाता है, वे अधिक पराबैगनी विकिरण के कारण झुलस जायेंगी.
ओजोन छिद्र
- वह क्षेत्र जहाँ का सान्द्रण 220 डॉब्सन यूनिट से नीचे गिर जाता है वह ओजोन छिद्र का भाग माना जाता है. ओजोन परत में ओजोन रहित भागों को ओजोन छिद्र कहा जाता है.
- 1960 के दशक में सबसे पहले ओजोन क्षरण के विषय में जानकारी प्राप्त हुई.
- 1974 में कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के एम. मोलिना तथा एस. रोलैण्ड को समतापमंडलीय ओजोन की अल्पता के विषय में चेतावनी प्राप्त हुई.
- ओजोन छिद्र को पहली बार 1985 में अंटार्कटिका के ऊपर देखा गया.
- सामान्य अवस्था में ओजोन परत की औसत चौड़ाई 300 डाब्सन यूनिट होती है.
- रसायन का नोबेल पुरस्कार शेरवुड रोलैण्ड, मैरियो मोलिना और पॉल क्रुन्जेन को ओजोन परत में छेद से सम्बन्धित खोज के लिए सम्मिलित रूप में प्रदान कर दिया.
- समतापमंडल में ध्रुवीय समतापमंडलीय बादल बनते हैं. ये प्राकृतिक रूप से जल और नाइट्रिक अम्ल से बने होते हैं.
- ध्रुवीय समतापमंडलीय बादल क्लोरीन यौगिकों के भंडार को स्वयं में समेटे रहते हैं.
ओजोन प्रभामंडल
- तिब्बत के पठार में ओजोन प्रभामण्डल पाया जाता है.
- समतापमंडल में ओजोन का सांद्रण अधिक और अंदर बाहर कम होता है.
- तिब्बत के पठार के प्रभाव के कारण तिब्बत के पठार के ऊपर ओजोन प्रभामंडल बनाता है.
यौगिक | ओजोन क्षरण करने की क्षमता (प्रतिशत में) |
---|---|
CFC | 6-10 |
कार्बन टेट्रा क्लोराइड | 1.1 |
HCFC | 0.05 |
HBFC | 0.1-14 |
मिथाइल ब्रोमाइड | 0.6 |
ट्राई क्लोरो ईथेन | 0.1 |
ब्रोमो क्लोरो मीथेन | 0.12 |
हैलंस | 3-10 |
ओजोन क्षरण रोकने के उपाय
- वियना संधि 22 मार्च, 1985 को अपनायी गयी.
- यह संधि ओजोन क्षरण पदार्थों को नियंत्रित करने की दिशा में पहला सार्थक कदम था है.
- वियना संधि 22 सितम्बर, 1988 को प्रभावशील हुई.
- 18 मार्च, 1991 में भारत देश इसमें शामिल हुआ.
- मांट्रियल प्रोटोकाल सम्मेलन में विश्व के 33 देशों ने मांट्रियल प्रोटोकाल पर हस्ताक्षर किये.
- भारत इस प्रोटोकॉल में 19 जून, 1992 को शामिल हुआ.
Points to Remember
- ओजोन का सर्वाधिक क्षरण करती है. - CFC
- किस परत को 'पृथ्वी का रक्षा कवच' या 'पृथ्वी का छाता' कहा जाता है? - ओजोन परत को
- समतापमंडल में ओजोन की मात्रा सर्वाधिक किस ऋतु में होती है? - बसंत ऋतु मे
- समतापमंडल में ओजोन की मात्रा सबसे कम किस ऋतु में होती है? - शिशिर ऋतु में
- विषुवत रेखा पर ओजोन परत की औसत चौड़ाई कितनी है? - 290 डॉबसन
- सर्वप्रथम ओजोन क्षरण की जानकारी किस दशक में प्राप्त हुई थी? - 1960 के दशक में
- भारत ने ओजोन परत संरक्षण हेतु वियना कन्वेंशन पर हस्ताक्षर कब किया था? - 18 मार्च, 1991 को
- किस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस मनाया गया था? - 1995 में
- किस उपग्रह द्वारा 'ओजोन छिद्र' की उपस्थिति मालूम की गयी? - निंबस 7.
- उत्तरी गोलार्द्ध में ओजोन परत के विनाश की स्थिति किस माह के मध्य देखी जाती है? - मार्च-अप्रैल
- अंटार्कटिका में ओजोन छिद्र का बनना चिंता का विषय है. इस छिद्र का सम्भावित कारण क्या है? - विशिष्ट ध्रुवीय वाताग्र
- एक डॉब्सन का मान कितना है? - 0.01 CM
- ओजोन बायोस्फीयर को बचाती है - अल्ट्रावायलेट किरणों से
किगाली समझौता
- रवांडा के किगाली में अक्टूबर, 2016 में 197 देशों ने एक ऐतिहासिक समझौता किया.
- इसमें वर्ष 2050 तक ग्लोबल वार्मिंग में 0.5 डिग्री सेल्सियस तक कमी लाने का लक्ष्य रखा गया.
- मांट्रियल प्रोटोकॉल का संशोधित किगाली समझौता 1 जनवरी, 2019 से प्रभावी होगा.
- भारत 2024-26 की आधार रेखा के अनुसार वर्ष 2045 तक HFC गैसों का उत्सर्जन 45% तक न्यून करेगा.
वर्ष | स्थान |
---|---|
1989 | हेलसिंकी (प्रथम सम्मेलन) |
1990 | लंदन |
1991 | नैरोबी |
1992 | कोपेनहेगन |
1993 | बैंकाक |
1995 | वियना |
1997 | मॉन्ट्रियल |
1999 | बीजिंग |
2013 | बैंकॉक MOP 25 |
2014 | पेरिस MOP 26 |
2015 | दुबई MOP 27 |
2016 | किगाली MOP 28 |
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